पेड़ होते हैं कम, गर्मी से निकले दम,
है तो मुश्किल पर है मेरा घर...
है तो मुश्किल पर है मेरा घर...
अरेयेबियन नाईट... , अरब का ये देश
अलग शोहरत, रंगीन है बहुत, इसका हर एक भेष,
अरेयेबियन नाईट.... , अरब की ये रात
जो समझे ना बात, वो खा जाये मात, सुनसान टीलो पर...
अलग शोहरत, रंगीन है बहुत, इसका हर एक भेष,
अरेयेबियन नाईट.... , अरब की ये रात
जो समझे ना बात, वो खा जाये मात, सुनसान टीलो पर...
जब हो मौसम सही, काम हो कुछ नहीं, वक्त हो हाथ में एकदम राईट,
आयो दिल थाम कर, उड़ लो कालीन पर,
देखो ये है अरेयेबियन नाईट...